घमंड टूटेगा, हौसला नहीं
इमारत गिरा के तूने हटा दिए आंखों से पर्दे भी
गैरकानूनी है तो कानूनी तरीके क्यों नहीं
क्या ज़रूरी है ये
राज्य में बढ़
रहे Corona cases से भी
?
अचानक एक दिन
यह कार्यवाही हुई
इतने दिनों से क्या
सो रही सरकार
थी?
अभिव्यक्ति
का जवाब गाली
से देना, यह
भारतीय संविधान का अपमान
है
फिर भी नेता
को सही बताना,
क्या यही तुम्हारे
सिद्धांत है?
"तू" बोलने पर FIR करना, यह कहां का न्याय है?
नेता का cartoon forward करने पर
Navy officer को आघात करना,
यह गुंडाराज नहीं
तो क्या है?
हमलावरों को आसानी से बेल मिल जाना, क्या ऐसी ही तेरी सरकार है?
आवाज़ बुलंद हो तो
दबाना चाहोगे सारे
हथकंडे लगा कर
भी
चुप रह कर
क्यों सहे, गलत
के खिलाफ क्यों
नहीं बोलें ?
बोलेंगे तो हमला करवा दोगे, इसे intolerance (असहिष्णुता) नहीं तो क्या कहें?
सही या ग़लत
की पहचान कर
कदम उठाएंगे
ना झूठलाएंगे सच्चाई को
फिर वो वीरांगना
झांसी की रानी
हो
या आज की
लड़की कंगना रनौत
नहीं ज़रूरत किसी सशक्तिकरण
की
क्यूंकि फिर बिगाड़ेंगे
लोग एक शब्द
के अर्थ को
हम प्रबल थे, हैं
और रहेंगे
आगे की कार्यवाही
पर नजर बनी
रहेगी
इमारत गिराई है, हिम्मत
कायम रहेगी
घमंड टूटेगा, हौसला नहीं